|| ॐ नमः शिवाय् ||
डमरू पाणि
डमरू पाणि, शूल पाणि, हे नटराजन !नमो नमो, नमो नमो।
शीश गंग, भष्म अंग, करते धारण,
नमो नमो, नमो नमो।।
तुम आदि देव, अनादि हो,
तुम अंतहीन अनंत हो।
श्रीमंत हो, भगवंत हो,
हे नाथ गिरिजाकंत हो।।
शशि ललाट, तन विराट, हे त्रिलोचन!
नमो नमो, नमो नमो।
डमरू पाणि, शूल पाणि, हे नटराजन!
नमो नमो, नमो नमो।।
Newer Post
Older Post
Home